KUCHAMAN COLLEGE, KUCHAMAN CITY

(GOVERNED BY:KUCHAMAN VIKAS SAMITI)

Computer & IT

आवश्कता आविष्कार की जननी होती है , आज सम्पूर्ण विश्व सूचना युग में जी रहा है | तीव्र गति से संचार एवं उच्च सूचना प्रौद्योगिकी आज की बड़ी माँग है । कम्प्यूटर इस आवश्यकता की पूर्ति की सफल युक्ति है । कम्प्यूटर से संबंधित अनेक विधाएँ तथा उपकरण जैसे मोबाइल , इंटरनेट , मल्टीमिडिया , ई लर्निंग , ई कॉमर्स , ई बैंकिंग , एटीएम सुविधा इत्यादि ने मानव को अनेक प्रकार की सेवाएँ प्रदान की है । अतः आवश्यक है कि वर्तमान समय में विद्यार्थियों को कम्प्यूटर की ऐसी शिक्षा प्रदान की जाए जो न केवल रोजगारपरक हो बल्कि उन्हें सूचना तकनीकी के विभिन्न उपकरणों को कुशलतापूर्वक संचालित करने में सहायक सिद्ध हो । 2005 से इस विभाग द्वारा शिक्षा प्राप्त कर निकले विद्यार्थी दूरसंचार , नेटवर्क , मोबाइल सेवा , टेली बैंकिंग , इंटरनेट सेवा , सिस्टम एनालिस्ट एण्ड प्रोग्रामिंग , कॉल सेन्टर्स , ई - कॉमर्स , शेयर बाजार , कम्प्यूटर हार्डवेयर , मीडिया सेक्टर इत्यादि क्षेत्रों में रोजगार रत है । साथ ही कम्प्यूटर संकाय के विद्यार्थियों के लिए की सुविधा है । बैंक , सरकारी पदों , कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनियों में यहां के विद्यार्थी कार्यरत है । प्रत्येक विद्यार्थी को की सुविधा अलग से प्रदान की जाती है । विभाग में सभी सुविधाओं से युक्त सुसज्ज्ति वातानुकूलित 5 कम्प्यूटर प्रयोगशालाएँ हैं , जिसमें आधुनिकतम तकनीकी के लगभग 150 कम्प्यूटर की व्यवस्था विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए की गई है । यहां नवीनतम सॉफ्टवेयर से शिक्षा प्रदान की जाती है । विभाग में दृश्य शिक्षण सामग्री से विषय के प्रस्तुतिकरण की व्यवस्था है । प्रत्येक लैब में अत्यंत उच्च क्षमता का ब्रॉडबैण्ड इंटरनेट कनेक्शन स्थापित किया गया है । आधुनिक तकनीक - प्रोजेक्टर के माध्यम से कक्षाओं में अध्ययन तथा स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था उपलब्ध करायी गयी है । इससे विद्याथी प्रोफेशनल कोर्स के साथ परम्परागत विषयों का भी तयारी कर सरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार हेतु विभिन्न प्रतियोगी व योग्यत परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे । कम्प्यूटर सीधी भर्ती में बिना बी.एड. के कम्प्यूटर अनुदेशक बनने का सुनहरा मौका | ' कम्प्यूटर संकाय में श्रीमती भंवरीदेवी धर्मपत्नी श्री मदनलालजी भाड़ासर वाला की स्मृति में स्नातक व स्नातकोतर स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्तकर्ता को स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा , किन्तु ऐसे विद्यार्थी का प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होना आवश्यक है